Vaishno Devi Temple: प्यारे भक्त जनों अगर आपने कभी मन में ये इच्छा रखी है कि माता रानी के दरबार में हाज़िरी लगानी है, तो Vaishno Devi Temple (जम्मू) की यह यात्रा आपके दिल को बिल्कुल अलग सुकून देगी। कहते हैं कि माता बुलाती हैं तभी वहां जाने का मौका मिलता है और सच मानो, जिस दिन बुलावा आता है, पूरा सफर खुद-ब-खुद आसान हो जाता है।

Vaishno Devi Temple (जम्मू) की यात्रा का असली अनुभव
जम्मू-कश्मीर में कटरा नाम की एक छोटी-सी लेकिन बेहद प्यारी जगह है, यहीं से माता वैष्णो देवी के दरबार की चढ़ाई शुरू होती है। लोग अक्सर कहते हैं कि कटरा पहुंचते ही एक अजीब-सी सकारात्मक ऊर्जा महसूस होती है — और भाई, ये बात बिल्कुल सच है।
पहाड़ों के बीच से गुजरता हुआ 12–13 किलोमीटर का यह रास्ता सिर्फ पैदल चलना नहीं है, बल्कि एक आध्यात्मिक सफर है। हर कुछ कदम पर “जय माता दी” की आवाज़ें पूरी वादी में गूंजती हैं। थकान होती है, लेकिन जैसे ही कोई भक्त मुस्कुराकर बोलता है “जय माता दी”, फिर से एनर्जी मिल जाती है।
माता के भवन तक पहुंचते-पहुंचते जो एहसास आता है
जब पहली बार Vaishno Devi Temple (जम्मू) का भवन सामने दिखता है, तो दिल में एक अलग ही खुशी दौड़ती है। लगता है कि माता ने सच में बुलाया है और अपने बच्चों को दरबार में आने का मौका दिया है।
भवन के अंदर माता के तीन पिंडियों के दर्शन होते हैं — महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती। कोई ज्यादा मांगो, कोई कुछ भी न मांगो… माता सब समझ जाती हैं। कई लोग कहते हैं कि वहां पहुंचकर मन खुद-ब-खुद शांत हो जाता है, और जो भी मन में भारीपन होता है, वो जैसे वहीं रह जाता है।
यात्रा को खास बनाने वाली छोटी-छोटी बातें
- रास्ते में गर्म-गर्म राजमा-चावल और खीर खाने का अलग ही मज़ा है
- लोकल दुकानों से लाल चूड़ियाँ, माता की चुनरी और प्रसाद लेना… यह सब यादें बन जाती हैं
- रास्ते में मिलने वाले घोड़े, पिट्ठू, पालकी और अब तो रोपवे भी — सब आपकी यात्रा को आसान बना देते हैं
और सबसे सुंदर चीज़ क्या है?
हर कोई अजनबी होकर भी अपना लगता है। एक दूसरे को पानी पिलाना, रास्ता बताना, थकान में हौसला देना — यही कटरा की असली खूबसूरती है।
कब जाएं Vaishno Devi Temple (जम्मू)?
वैसे तो माता के दरबार में पूरे साल जाया जा सकता है, लेकिन अगर आप आराम से यात्रा करना चाहते हैं तो:
- अक्टूबर से मार्च मौसम बढ़िया रहता है
- गर्मी में भी भीड़ रहती है लेकिन रात की चढ़ाई काफी सुकून देती है
- बरसात में थोड़ा फिसलन होती है, पर अलग ही ताजगी रहती है
भाई, एक बात समझ लो — मौसम चाहे जैसा हो, दिल में भक्ति हो तो यात्रा खूबसूरत बन ही जाती है।
क्यों जाना चाहिए Vaishno Devi Temple (जम्मू)?
- जिंदगी में शांति पाने के लिए
- मन की इच्छा पूरी होने की उम्मीद में
- परिवार के साथ आध्यात्मिक समय बिताने के लिए
- पहाड़ों के बीच एक खूबसूरत सफर का अनुभव लेने के लिए
कई लोग ये भी कहते हैं कि माता के दरबार से लौटने के बाद उनकी जिंदगी में एक तरह की पॉज़िटिविटी आ जाती है। मानो खुद से खुद का कनेक्शन फिर से बन जाता है।
भक्त जनों आपके लिए मेरी सलाह: Vaishno Devi Temple (जम्मू) – एक ऐसी यात्रा जो जीवनभर याद रहती है?
अगर आप भी सोच रहे हैं कि इस बार माता रानी के दर्शन कर आने हैं, तो भाई दिल मत रोको… निकल पड़ो। Vaishno Devi Temple (जम्मू) सिर्फ एक तीर्थ नहीं, बल्कि एक ऐसी यात्रा है जो आपको भीतर से बदल देती है। एक बार जाओगे, तो लौटकर आने का मन करता है कि “अगली बार फिर बुलावा कब आएगा?”
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