हैलो दोस्तों आप जानते है की भारत की परंपराओं में रंगोली का एक अलग ही स्थान है। ये सिर्फ ज़मीन पर बनाई गई रंगीन आकृतियाँ नहीं होतीं, बल्कि घर-आँगन की खूबसूरती बढ़ाने और शुभता लाने का प्रतीक मानी जाती हैं।रंगोली बनाने की जगह और उनका महत्व जब भी कोई बड़ा त्योहार हो या कोई शुभ काम, तो घर के दरवाज़े और आँगन में रंगोली बनाना परंपरा रही है।
रंगोली को हमेशा साफ़-सुथरी जगह पर बनाया जाता है क्योंकि ये पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा को दर्शाती है। कहा जाता है कि जिस घर में रंगोली बनती है, वहाँ खुशियाँ और समृद्धि बनी रहती है।

1. घर के मुख्य दरवाज़े पर रंगोली
मुख्य दरवाज़ा किसी भी घर का सबसे अहम हिस्सा होता है। जब मेहमान आते हैं तो सबसे पहले उनकी नज़र दरवाज़े पर ही जाती है। इसलिए लोग दरवाज़े पर रंगोली बनाते हैं ताकि मेहमानों का स्वागत शुभ और सुंदर लगे।
साथ ही, ऐसा माना जाता है कि दरवाज़े पर रंगोली बनाने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद घर में प्रवेश करता है। दीपावली, शादी या गृह प्रवेश जैसे अवसरों पर दरवाज़े की चौखट पर बनी रंगोली पूरे घर का माहौल बदल देती है।
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2. आँगन में रंगोली
पुराने ज़माने में ज़्यादातर घरों में बड़ा आँगन हुआ करता था और उसी में रंगोली बनाई जाती थी। त्योहारों पर जब पूरा परिवार एक साथ जुटता था तो आँगन की रंगोली सबसे आकर्षक लगती थी।
आँगन में बनी रंगोली सिर्फ सजावट नहीं बल्कि लोगों के मिलने-जुलने और मिलकर उत्सव मनाने की पहचान भी है। आज भी गाँवों में आँगन की रंगोली त्योहार की शान मानी जाती है।
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3. पूजा स्थल और मंदिर में रंगोली
धार्मिक कार्यक्रमों और पूजा-पाठ में रंगोली का महत्व और भी बढ़ जाता है। मंदिरों के प्रवेश द्वार पर रंगोली बनाना शुभता का प्रतीक माना जाता है।
माना जाता है कि पूजा स्थल पर रंगोली बनाने से वातावरण पवित्र होता है और पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है। यही वजह है कि नवरात्रि, गणेश चतुर्थी और पोंगल जैसे अवसरों पर मंदिरों में रंगोली ज़रूर बनाई जाती है।
4. शादी-ब्याह और विशेष अवसरों पर
भारतीय शादियों की बात ही कुछ और होती है। घर के आँगन से लेकर मंडप तक हर जगह रंगोली सजाई जाती है। इसे मंगल और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है।
शादी-ब्याह में बनी रंगोली न सिर्फ सजावट का हिस्सा होती है बल्कि रिश्तों में मिठास और घर में नई शुरुआत की निशानी भी मानी जाती है।
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5. त्योहारों पर रंगोली
भारत त्योहारों का देश है और हर त्योहार पर रंगोली की खास जगह होती है। दीपावली पर रंगोली बनाना अनिवार्य सा हो गया है। माना जाता है कि इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।
इसी तरह ओणम, पोंगल और होली जैसे त्योहारों पर भी लोग रंग-बिरंगी रंगोली बनाकर खुशियाँ मनाते हैं।भारत त्योहारों का देश है और हर त्योहार पर रंगोली की खास जगह होती है। दीपावली पर रंगोली बनाना अनिवार्य सा हो गया है। माना जाता है कि इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।

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निष्कर्ष रंगोली बनाने की जगह और उनका महत्व
रंगोली सिर्फ रंगों का खेल नहीं है, बल्कि ये हमारी संस्कृति और परंपरा की पहचान है। घर के दरवाज़े, आँगन, मंदिर या शादी के मंडप – हर जगह बनी रंगोली अपने आप में एक सकारात्मक संदेश देती है। ये हमें बताती है कि जीवन में रंग, सामंजस्य और खुशियाँ कितनी ज़रूरी हैं। रंगोली बनाने की जगह और उनका महत्व



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