Ram Mandir Darshan Timing अगर आप अयोध्या जाने की सोच रहे हैं, तो दिल में बस एक ही उत्साह होता है – “रामलला के दर्शन कब होंगे?”
राम भक्तों के लिए अयोध्या का राम मंदिर सिर्फ एक तीर्थ नहीं, बल्कि श्रद्धा, इतिहास और आस्था का जीवंत प्रतीक है।
2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से यहाँ लाखों भक्त रोज़ दर्शन करने पहुँचते हैं। लेकिन अगर आप सही समय और व्यवस्था जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है — यहाँ हम जानेंगे Ram Mandir Darshan Timing, दर्शन के नियम, बुकिंग प्रक्रिया, और यात्रा से जुड़ी ज़रूरी बातें।

1. राम मंदिर – भक्ति का नया युग
अयोध्या का श्री राम जन्मभूमि मंदिर 2024 में भव्य रूप में उद्घाटित हुआ।
यह वही पवित्र स्थान है जहाँ भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था।
राम मंदिर का निर्माण देश की सबसे बड़ी धार्मिक परियोजनाओं में से एक है, और अब यह हर भक्त के लिए आस्था का केंद्र बन चुका है।
मंदिर परिसर में भगवान रामलला की मूर्ति के साथ माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी के भी मंदिर बनाए जा रहे हैं।
इस भव्य स्थल को रोज़ लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं — इसलिए दर्शन का समय और व्यवस्था जानना बहुत ज़रूरी है।
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2. Ram Mandir Darshan Timing – सुबह से शाम तक के दर्शन समय
राम मंदिर में दर्शन के लिए अलग-अलग समय तय किए गए हैं, ताकि हर भक्त को शांति से दर्शन का अवसर मिल सके।
सर्दियों में (नवंबर से फरवरी तक):
- सुबह: 6:30 बजे से 11:30 बजे तक
- शाम: 2:00 बजे से 7:00 बजे तक
गर्मियों में (मार्च से अक्टूबर तक):
- सुबह: 6:00 बजे से 11:30 बजे तक
- शाम: 2:30 बजे से 8:30 बजे तक
नोट: भीड़ के अनुसार समय में हल्का बदलाव हो सकता है। विशेष अवसरों (जैसे राम नवमी, दीवाली, प्राण प्रतिष्ठा दिवस आदि) पर दर्शन समय बढ़ा दिया जाता है।
3. आरती का समय – जब मंदिर गूंजता है ‘जय श्रीराम’ से
राम मंदिर में दिनभर कई आरतियाँ होती हैं, जो मंदिर का सबसे पवित्र समय माना जाता है।
| आरती का नाम | समय |
|---|---|
| मंगल आरती | सुबह 4:30 बजे |
| श्रंगार आरती | सुबह 8:00 बजे |
| भोग आरती | दोपहर 12:00 बजे |
| संध्या आरती | शाम 7:00 बजे |
| शयन आरती | रात 8:30 बजे |
अगर आप इन आरतियों के समय दर्शन करते हैं, तो एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव मिलता है।
मंदिर का वातावरण उस समय भक्ति से भर जाता है।
4. दर्शन की व्यवस्था – भीड़ में भी सुविधा
अयोध्या में भक्तों की भीड़ को देखते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने उत्कृष्ट व्यवस्था की है।
- दर्शन के लिए अलग-अलग लाइनें (Queue System) बनाई गई हैं — एक सामान्य भक्तों के लिए, दूसरी VIP पास वालों के लिए।
- मंदिर परिसर में सुरक्षा जांच और बैग स्कैनिंग की व्यवस्था है।
- मोबाइल, कैमरा, बड़े बैग, खाने-पीने की चीजें अंदर ले जाना मना है।
- विशेष रूप से शारीरिक रूप से अक्षम और बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर सुविधा उपलब्ध है।
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5. ऑनलाइन दर्शन और बुकिंग सुविधा
अगर आप किसी वजह से अयोध्या नहीं जा पा रहे, तो चिंता मत कीजिए।
अब राम मंदिर ऑनलाइन दर्शन और आरती बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
Website: https://srjbtkshetra.org/
यहाँ से आप:
- ऑनलाइन दर्शन या वर्चुअल पूजा कर सकते हैं
- आरती के लिए बुकिंग करा सकते हैं
- दान या सेवा का योगदान दे सकते हैं
यह सुविधा खासकर उन भक्तों के लिए है जो देश या विदेश से दर्शन करना चाहते हैं।
6. मंदिर पहुँचने का तरीका (How to Reach Ram Mandir Ayodhya)
अयोध्या अब भारत के सबसे आसान पहुँचने वाले धार्मिक स्थलों में से एक है।
ट्रेन से:
अयोध्या धाम जंक्शन (AY) या अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेनें देश के लगभग सभी बड़े शहरों से आती हैं।
फ्लाइट से:
2024 में अयोध्या एयरपोर्ट (Maryada Purushottam Shri Ram International Airport) शुरू हो चुका है।
लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और कोलकाता से सीधी फ्लाइट उपलब्ध है।
सड़क मार्ग से:
लखनऊ से अयोध्या की दूरी लगभग 130 किमी है।
NH-27 और NH-330 से सीधा मार्ग है।
7. क्या ले जाएँ और क्या न ले जाएँ
दर्शन के दौरान निम्न बातों का ध्यान रखें:
ले जाएँ:
- पहचान पत्र (ID Proof)
- प्रसाद, फूल (जाँच के बाद अंदर ले जाने की अनुमति)
- पानी की छोटी बोतल
न ले जाएँ:
- मोबाइल फोन, कैमरा
- बैग या बैकपैक
- खाद्य पदार्थ या प्रसाद के अलावा कुछ भी
इन नियमों का पालन करने से आपका दर्शन अनुभव आसान और सुखद होगा।
8. दर्शन के लिए सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit)
अगर आप शांत वातावरण में दर्शन करना चाहते हैं, तो सुबह के समय 6:00 से 8:00 बजे के बीच पहुँचना सबसे अच्छा है।
दोपहर और शाम को भीड़ बढ़ जाती है, खासकर सप्ताहांत और छुट्टियों में।
त्योहारों पर विशेष आकर्षण:
- राम नवमी (मार्च-अप्रैल)
- दीवाली (अक्टूबर-नवंबर)
- प्राण प्रतिष्ठा दिवस (22 जनवरी)
इन अवसरों पर मंदिर का माहौल भक्ति और प्रकाश से भर जाता है।
9. राम मंदिर परिसर की विशेष बातें
- मंदिर का मुख्य शिखर 161 फीट ऊँचा है।
- इसमें लगभग 392 खंभे और 44 दरवाज़े हैं।
- मंदिर की मूर्ति कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाई है।
- पूरे परिसर में सौर ऊर्जा और सुरक्षा कैमरा सिस्टम लगा हुआ है।
- ट्रस्ट हर दिन लाखों भक्तों की भीड़ को सुव्यवस्थित रूप से संभालता है।
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10. भक्तों के लिए सुझाव
- सुबह जल्दी पहुँचे ताकि लाइन कम मिले।
- हल्के और पारंपरिक वस्त्र पहनें।
- किसी दलाल या फर्जी गाइड पर भरोसा न करें।
- मोबाइल और गहने कम से कम रखें।
- बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।

निष्कर्ष – जहाँ भक्ति और शांति एक साथ मिलती है
अयोध्या का राम मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारत की आस्था का प्रतीक है।
यहाँ आने वाला हर भक्त “जय श्रीराम” की ध्वनि में खुद को ईश्वर के करीब महसूस करता है।
चाहे आप सुबह की आरती में शामिल हों या शाम की आरती के दौरान दीपों की रौशनी देखें — हर पल एक नया आध्यात्मिक अनुभव देता है।
इसलिए जब भी समय मिले, अयोध्या जाकर एक बार रामलला के दर्शन ज़रूर करें।
क्योंकि यह सिर्फ दर्शन नहीं, बल्कि जीवनभर याद रहने वाला आध्यात्मिक अनुभव है।


