Naimisharanya कैसे पहुँचे? मेरे प्यारे भक्त जनों अगर आप कभी ऐसी जगह जाना चाहते हैं जहाँ शांति भी हो, आध्यात्म भी हो और प्रकृति की सादगी भी ,तो नैमिषारण्य (Naimisharanya) जरूर जाना चाहिए। पहली बार जाने वाले लोगों का सबसे बड़ा सवाल यही होता है “Naimisharanya कैसे पहुँचे?” तो भाई, मैं तुम्हें बिल्कुल सरल भाषा में पूरा रूट, ट्रैवल ऑप्शन्स और ज़रूरी टिप्स बता रहा हूँ ताकि आपका सफर आरामदायक हो और बिना किसी परेशानी के पूरा हो जाए।

Naimisharanya कहाँ स्थित है?
नैमिषारण्य उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पड़ता है। लखनऊ से इसकी दूरी लगभग 70–80 km है, और यह जगह इतनी शांत है कि शहर की भीड़ से बिल्कुल अलग दुनिया लगती है।
1. Naimisharanya कैसे पहुँचे? (By Road – सबसे आसान तरीका)
अगर आप रोड ट्रैवल पसंद करते हो, तो भाई समझ लो कि नैमिषारण्य का सफर बहुत आसान है।
लखनऊ से रूट (सबसे पॉपुलर)
लखनऊ → सीतापुर रोड → हरगांव → नैमिषारण्य
दूरी: लगभग 75 km
समय: 1.5 से 2 घंटे
रूट सीधा है, बीच-बीच में खाने के ढाबे भी मिल जाते हैं। फैमिली ट्रिप हो या दोस्तों के साथ, यह सबसे कंफर्टेबल रूट है।
दिल्ली से रूट
दिल्ली → बरेली → सीतापुर → नैमिषारण्य
दूरी: लगभग 450 km
समय: 8–9 घंटे
अगर दिल्ली से आ रहे हो तो रात में निकलना अच्छा रहता है ताकि सुबह तक पहुंच जाओ।
कानपुर से रूट
कानपुर → उन्नाव → लखनऊ → नैमिषारण्य
दूरी: लगभग 130 km
2. ट्रेन से Naimisharanya कैसे पहुँचे?
ट्रेन से जाना भी काफी आसान है, बस आपको जो स्टेशन चुनना है वह है:
नज़दीकी रेलवे स्टेशन
- बालामऊ जंक्शन (Balamau Jn) → 28 km
- सीतापुर जंक्शन (Sitapur Jn) → 35 km
- लखनऊ जंक्शन → 75 km
बॉलामऊ स्टेशन सबसे करीब है। स्टेशन से बाहर टैक्सी, आटो और शेयर वाहन आसानी से मिल जाते हैं।
अगर आप दूर से आ रहे हैं (दिल्ली, पंजाब, बिहार, बंगाल), तो लखनऊ जंक्शन पर उतरना बेहतर रहता है क्योंकि ट्रेनों की उपलब्धता ज्यादा रहती है।
✈️ 3. फ्लाइट से कैसे पहुँचे?
नज़दीकी एयरपोर्ट है:
लखनऊ का चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट
दूरी: लगभग 85 km
एयरपोर्ट से सीधा टैक्सी मिल जाएगी — 1.5–2 घंटे में पहुंच जाओगे।
अगर आप कहीं से भी फ्लाइट लेकर आ रहे हो, तो पहले लखनऊ उतरो, फिर सीतापुर रोड पकड़कर सीधे नैमिषारण्य।
Naimisharanya पहुँचकर कहाँ जाएँ? (Major Spots)
जाते ही आपका मन खुश हो जाएगा क्योंकि यहाँ के धार्मिक स्थान बहुत ही शांत और सुंदर लगते हैं:
- चक्र तीर्थ
- व्यास गद्दी
- हनुमानगढ़ी
- ललिता देवी मंदिर
- पाँच पांडव तीर्थ
यदि सुबह पहुँचो तो यहाँ पूरा दिन आराम से घूम सकते हो।
यात्रा करने का सही समय
नैमिषारण्य सालभर घूमने लायक है, लेकिन सबसे अच्छा मौसम:
- अक्टूबर से मार्च
इस समय मौसम सुखद होता है और भीड़ भी ज्यादा रहती है। गर्मियों में जाना थोड़ा थका देने वाला हो सकता है।
ट्रैवल टिप्स (छोटे लेकिन काम के)
- फोन नेटवर्क यहाँ थोड़ा कमजोर हो सकता है
- पानी, स्नैक्स और नकद पैसे साथ रखें
- चप्पल या आरामदायक जूते पहनें
- सुबह-सुबह पहुँचना सबसे अच्छा रहता है
- धार्मिक स्थलों पर साफ-सफाई और शांति बनाए रखें
भक्त जनों के लिए सलाह: Naimisharanya कैसे पहुँचे?
अगर आप पहली बार जा रहे हैं और सोच रहे हैं कि “Naimisharanya कैसे पहुँचे?”, तो भरोसा रखो यहाँ पहुंचना बिल्कुल आसान है। चाहे रोड, ट्रेन या फ्लाइट — तीनों रास्तों से यह जगह आराम से कनेक्टेड है। एक बार जाओगे, तो यहाँ की शांति और आध्यात्मिक वातावरण आपको बार-बार बुलाएगा।
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