अगर आप भगवान हनुमान के भक्त हो, तो कभी न कभी मन में यह सवाल ज़रूर आया होगा कि “हनुमान जी से गलती की माफी कैसे मांगें?”
क्योंकि हनुमान जी वो देवता हैं जो केवल शक्ति और पराक्रम के ही नहीं बल्कि भक्ति और विनम्रता के प्रतीक हैं।

कभी-कभी इंसान जाने-अनजाने में कुछ ऐसी गलतियाँ कर देता है जिनसे मन भारी हो जाता है। ऐसे समय में हमें लगता है कि हनुमान जी शायद नाराज़ हो गए हैं
लेकिन सच्चाई यह है कि हनुमान जी का हृदय बहुत दयालु है। अगर आप सच्चे दिल से पछतावा करते हो और ईमानदारी से माफी मांगते हो, तो वह तुरंत तुम्हें क्षमा कर देते हैं। अब धीरे-धीरे समझते हैं कि हनुमान जी से माफी मांगने का सही तरीका क्या है, कौन सा मंत्र बोलना चाहिए, और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हनुमान जी से माफी मांगने का असली मतलब?
सबसे पहले ये समझना ज़रूरी है कि माफी मांगना सिर्फ शब्दों में “माफ कर दो” बोल देना नहीं है।
यह मन की गहराई से आने वाली भावना है।
अगर आप अंदर से पछतावा महसूस कर रहे हो कि तुमसे कोई गलती हुई है। चाहे वो पूजा में लापरवाही हो, व्रत टूट गया हो, या कोई गलत विचार मन में आया हो तो बस वही सच्चा प्रायश्चित कहलाता है।
हनुमान जी का स्वभाव वैरागी और करुणामयी है।
वो किसी के मन की सच्चाई को तुरंत पहचान लेते हैं। इसलिए अगर तुम्हारा दिल साफ है, तो तुम्हें माफी मिलना तय है।
माफी मांगने से पहले क्या करें?
कई बार लोग सीधे मंदिर जाकर माफी मांग लेते हैं, पर कुछ छोटी बातें हैं जो अगर ध्यान में रखो तो हनुमान जी की कृपा जल्दी मिलती है।
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1. मन को शांत करो
माफी मांगने से पहले थोड़ा शांत बैठो। अपने मन को स्थिर करो और सोचो कि तुमसे क्या गलती हुई है। यह आत्मस्वीकृति ही पहला कदम है।
2. एकांत में प्रार्थना करो
हनुमान जी से माफी मांगने का सबसे अच्छा तरीका है कि तुम अकेले में बैठकर मन ही मन उनसे बात करो।
उन्हें अपने मन की सारी बातें वैसे ही बताओ जैसे कोई दोस्त या पिता से कहता है।
3. एक दीपक जलाओ
हनुमान जी के सामने शुद्ध घी या तिल के तेल का दीपक जलाओ।
दीपक जलाने का मतलब है। अंधकार को हटाकर सत्य का प्रकाश लाना।
4. उनका नाम जपो
“ॐ हनुमते नमः” या “जय हनुमान ज्ञान गुन सागर” जैसे मंत्रों का जाप करते हुए अपनी गलती के लिए क्षमा मांगो।
हनुमान जी से गलती की माफी कैसे मांगें?
अब आता है सबसे मुख्य सवाल हनुमान जी से गलती की माफी कैसे मांगें?
देखो भाई, यह बहुत सीधा है लेकिन दिल से होना चाहिए।
- सबसे पहले सुबह या शाम को स्नान करके साफ कपड़े पहनो।
- मंदिर या घर में हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठो।
- दीपक और अगरबत्ती जलाकर उन्हें प्रणाम करो।
- फिर folded hands में कहो – “हे पवनपुत्र हनुमान, मुझसे जाने-अनजाने में कोई गलती हुई हो तो क्षमा कर देना।
मैं तुम्हारा भक्त हूं और तुम्हारी शरण में आया हूं। कृपया मुझे माफ करो और सही मार्ग दिखाओ।” - इसके बाद हनुमान चालीसा या संकटमोचन स्तोत्र का पाठ करो।
अगर समय कम हो तो केवल “ॐ श्री हनुमते नमः” 108 बार बोलो। - पाठ के बाद कुछ समय तक मौन रहो और अपने मन में यह महसूस करो कि तुम्हारा बोझ हल्का हो गया है।
यही हनुमान जी की कृपा का अनुभव है।
कौन सा दिन सबसे शुभ होता है माफी मांगने के लिए?
हनुमान जी से माफी किसी भी दिन मांगी जा सकती है, लेकिन कुछ दिन विशेष माने गए हैं:
- मंगलवार और शनिवार
ये दोनों दिन हनुमान जी के विशेष दिन हैं।
अगर आप इन दिनों में हनुमान जी से माफी मांगो तो वह ज़्यादा प्रभावी मानी जाती है। - अमावस्या या पूर्णिमा की रात
अगर तुम्हें गहरा मानसिक बोझ है, तो इन दिनों में पूजा करने से मन बहुत हल्का होता है।
हनुमान जी को माफ करने के लिए क्या प्रसन्न करता है?
अगर आप चाहते हो कि हनुमान जी जल्दी प्रसन्न हों, तो कुछ साधारण लेकिन प्रभावी उपाय हैं:
- हनुमान चालीसा का पाठ रोज़ करो।
इससे तुम्हारे मन की नकारात्मकता खत्म होती है। - सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाओ।
यह हनुमान जी को अत्यंत प्रिय है। - बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ सप्ताह में एक बार करो।
यह तुम्हारे जीवन की कठिनाइयाँ दूर करता है। - सेवा भाव रखो।
हनुमान जी कर्म और सेवा के देवता हैं।
अगर तुम किसी जरूरतमंद की मदद करते हो, तो यह सबसे बड़ी पूजा मानी जाती है।
माफी मांगते समय किन बातों का ध्यान रखें?
- माफी केवल दिखावे में नहीं, दिल से मांगो।
- गलती दोबारा न दोहराने का संकल्प लो।
- पूजा करते समय मोबाइल या किसी distraction से दूर रहो।
- माफी के बाद अपने व्यवहार में थोड़ा बदलाव लाने की कोशिश करो।
हनुमान जी ऐसे भक्तों को बहुत जल्दी माफ कर देते हैं जो सच्चे मन से बदलना चाहते हैं।
माफी मांगने के बाद के सकारात्मक संकेत?
अगर हनुमान जी तुम्हारी प्रार्थना स्वीकार कर लेते हैं, तो तुम कुछ subtle signs महसूस करोगे:
- मन में शांति और सुकून महसूस होना
- अचानक से समस्याओं का हल निकलना
- रत में हनुमान जी या उनके प्रतीक जैसे गदा या बंदर के दर्शन
- जीवन में आत्मविश्वास बढ़ना
ये संकेत बताते हैं कि हनुमान जी ने तुम्हारी गलती माफ कर दी है और अब वे तुम्हारे साथ हैं।

हनुमान जी से जुड़ी 5 रोचक बातें?
- हनुमान जी को “संजीवनी विद्या” के ज्ञाता कहा गया है – यानी वे जीवन देने की शक्ति रखते हैं।
- वे एकमात्र ऐसे देवता हैं जो आज भी पृथ्वी पर जीवित माने जाते हैं।
- हनुमान जी को मंगलवार और शनिवार को सिंदूर चढ़ाने से मनोकामना पूर्ण होती है।
- हनुमान जी को शुद्ध ब्रह्मचारी और पूर्ण भक्त माना गया है, उनका मन केवल श्रीराम में रमता है।
- सुंदरकांड का पाठ करने से जीवन की हर बाधा, भय और दुख से मुक्ति मिलती है।
निष्कर्ष :
तो अब आप समझ गए हो कि हनुमान जी से गलती की माफी कैसे मांगें?
असल में, हनुमान जी किसी कठोर देवता की तरह नाराज़ नहीं होते।
वो तो भक्तों के सबसे करीब रहने वाले, सरल और कृपालु देवता हैं।
अगर आप सच्चे मन से उन्हें याद करते हो, अपनी गलती स्वीकार करते हो और दोबारा गलती न करने का वचन देते हो —
तो हनुमान जी तुरंत माफ कर देते हैं और तुम्हारे जीवन में शांति, शक्ति और आत्मविश्वास भर देते हैं।
याद रखो, हनुमान जी का प्रेम केवल भक्ति नहीं, एक सुरक्षा कवच है।
बस सच्चे मन से उनके आगे झुको, अपनी गलती मानो और विश्वास रखो
तुम्हारा हर दुख, हर गलती, हर डर – सब मिट जाएगा।



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