अगर आप कभी वृंदावन गए हो, तो आपने जरूर सुना होगा प्रेम मंदिर का नाम। ये मंदिर सिर्फ एक धार्मिक जगह नहीं बल्कि एक ऐसा अद्भुत स्थल है जहां भक्ति, आस्था और कला – तीनों का संगम देखने को मिलता है। कई लोग यहां भगवान राधा-कृष्ण और सीता-राम के दर्शन करने आते हैं, तो कई सिर्फ इस मंदिर की भव्यता और खूबसूरती को देखने के लिए। लेकिन जब कोई पहली बार प्रेम मंदिर जाने की सोचता है, तो उसके मन में सबसे पहला सवाल यही आता है।

प्रेम मंदिर कब खुलता और कब बंद होता है? खासकर “प्रेम मंदिर कब बंद होता है” ये जानना जरूरी है ताकि आप वहां दर्शन और लाइट शो दोनों का आनंद ले सको। अब चलिए, मैं आपको बड़े आराम से विस्तार से सब समझाता हूं।
प्रेम मंदिर का दर्शन समय और बंद होने का समय
सबसे पहले ये जान लीजिए कि प्रेम मंदिर का टाइम दो हिस्सों में बंटा हुआ है। सुबह और शाम। सुबह में मंदिर सुबह 8:30 बजे खुलता है और दोपहर 12:00 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहता है। इसके बाद मंदिर बंद हो जाता है। शाम को मंदिर फिर से शाम 4:30 बजे से खुलता है और रात 8:30 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है। यानि अगर आप जानना चाहते हो कि प्रेम मंदिर कब बंद होता है, तो जवाब है – रात 8:30 बजे।
लेकिन एक और खास बात है। मंदिर के बंद होने से पहले शाम को यहां का म्यूजिकल लाइट एंड साउंड शो होता है, जिसमें रंग-बिरंगी लाइट्स, संगीत और फव्वारों का शानदार मेल होता है। ये शो ही प्रेम मंदिर की पहचान बन चुका है और इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। इसलिए अगर आप मंदिर जाने का प्लान बना रहे हो तो कोशिश करें कि शाम के समय जाओ, ताकि आपको दर्शन के साथ-साथ इस शो का मज़ा भी मिल सके।
प्रेम मंदिर का महत्व क्यों है इतना खास
आप सोच रहे होंगे कि आखिर वृंदावन में इतने सारे मंदिर हैं, तो फिर लोग खास तौर पर प्रेम मंदिर क्यों जाते हैं? इसका कारण है। इसकी भव्यता और आधुनिक कला। यह मंदिर जगद्गुरु कृपालु जी महाराज द्वारा बनवाया गया था और इसे बनने में पूरे 11 साल लगे। संगमरमर से बना ये विशाल मंदिर देखने में ऐसा लगता है जैसे किसी महल को भगवान को समर्पित कर दिया गया हो। खास बात ये है कि रात को जब मंदिर रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगाता है, तो उसकी खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में सिर्फ राधा-कृष्ण ही नहीं बल्कि सीता-राम, हनुमान जी और कई अन्य देवी-देवताओं की झांकियां भी बनी हुई हैं, जो भगवान की लीलाओं को जीवंत कर देती हैं। यही वजह है कि लोग सिर्फ पूजा-पाठ के लिए ही नहीं बल्कि एक अद्भुत अनुभव लेने के लिए यहां आते हैं।
यह भी जानें – हनुमान जी के 12 नाम क्या हैं? पूरी जानकारी
प्रेम मंदिर जाने का सही समय
अब अगर आप प्लान बना रहे हो तो एक सवाल और मन में जरूर आता है। आखिर प्रेम मंदिर जाने का सही समय कौन सा है? सच कहूं तो सालभर कोई भी समय बुरा नहीं है, लेकिन सबसे अच्छा समय होता है शाम का वक्त। क्योंकि दिन में मंदिर तो खुला होता है, लेकिन उसकी असली खूबसूरती देखने को मिलती है जब शाम को लाइट्स ऑन होती हैं और पूरा मंदिर सुनहरे, नीले, गुलाबी रंगों में डूब जाता है।
त्योहारों पर जैसे जन्माष्टमी, होली और दिवाली पर यहां भक्तों की भीड़ कई गुना बढ़ जाती है। उस समय मंदिर को खास तरीके से सजाया जाता है और वातावरण कुछ अलग ही दिव्य हो जाता है। लेकिन हां, भीड़ बहुत ज्यादा होती है, इसलिए अगर आप शांति से दर्शन करना चाहते हैं तो सामान्य दिनों में जाना बेहतर रहेगा।
क्यों जानना जरूरी है “प्रेम मंदिर कब बंद होता है”
अब आप सोच रहे होंगे कि टाइमिंग पर इतना जोर क्यों दिया जा रहा है? दरअसल, कई लोग बिना समय जाने मंदिर पहुंच जाते हैं और फिर निराश होकर लौटना पड़ता है। खासकर बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए ये जानकारी बहुत जरूरी है।
मान लीजिए आप दिल्ली या आगरा से घूमने के लिए निकले और सोच लिया कि चलते-चलते प्रेम मंदिर भी देख लेंगे। लेकिन अगर आप दोपहर के वक्त पहुंच गए, तो मंदिर बंद मिलेगा और फिर आपको शाम तक इंतजार करना पड़ेगा। इसी तरह अगर आप 8:30 बजे के बाद पहुंचे तो आप लाइट शो भी मिस कर देंगे। इसलिए बेहतर यही है कि पहले से ये जानकारी दिमाग में रखो – मंदिर रात 8:30 बजे तक खुला रहता है और उसके बाद बंद हो जाता है।
प्रेम मंदिर से जुड़े 5 रोचक तथ्य
अब चलिए, आपको कुछ ऐसे इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स बताता हूं जो शायद आपको न पता हों:
- प्रेम मंदिर का निर्माण पूरी तरह इटालियन संगमरमर से हुआ है, जो इसे और ज्यादा चमकदार और खूबसूरत बनाता है।
- इस मंदिर के अंदर और बाहर भगवान श्रीकृष्ण की 48 अद्भुत लीलाओं की झांकियां बनी हुई हैं, जिन्हें देखकर ऐसा लगता है मानो सब कुछ आंखों के सामने हो रहा हो।
- रात में होने वाला म्यूजिकल फाउंटेन शो यहां की सबसे बड़ी आकर्षण है और इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
- प्रेम मंदिर का उद्घाटन साल 2012 में जगद्गुरु कृपालु जी महाराज के हाथों हुआ था और तब से ये मंदिर वृंदावन की शान बन चुका है।
- ये मंदिर इतना विशाल है कि इसे देखने और घूमने में आपको आसानी से 2-3 घंटे लग जाते हैं, खासकर अगर आप झांकियां और शो दोनों देखना चाहते हो।

निष्कर्ष:प्रेम मंदिर कब बंद होता है? पूरी जानकारी
तो भाई, अब आपके मन में ये सवाल नहीं रहेगा कि प्रेम मंदिर कब बंद होता है। सीधी-सी बात है। सुबह का टाइम है 8:30 से 12:00 तक और शाम का टाइम है 4:30 से 8:30 तक। रात 8:30 बजे मंदिर बंद हो जाता है।
लेकिन मंदिर की असली रौनक और खूबसूरती देखने का सबसे अच्छा वक्त है शाम का, जब पूरा मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी में जगमगाता है और फव्वारों के साथ लाइट शो शुरू होता है। अगर आप वृंदावन घूमने जा रहे हो तो प्रेम मंदिर जरूर विजिट करना। यहां जाने के बाद आपको महसूस होगा कि सच में ये सिर्फ मंदिर नहीं, बल्कि भक्ति और कला का संगम है।