भारत की धरती पर अगर आस्था और भक्ति की बात होती है, तो खाटू श्याम बाबा का नाम जरूर लिया जाता है। राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटूधाम मंदिर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के भक्तों के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है। यहाँ हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करने आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं। भक्त जब भी बाबा के दरबार में आते हैं तो वे अपने साथ फूल, प्रसाद और फल लेकर आते हैं। लेकिन अक्सर भक्तों के मन में एक सवाल जरूर उठता है कि खाटू श्याम बाबा को कौन सा फल पसंद है? अगर आप भी यह जानना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत काम का होने वाला है।
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खाटू श्याम बाबा की भक्ति और फल अर्पण की परंपरा?
धार्मिक मान्यता के अनुसार खाटू श्याम बाबा यानी श्रीकृष्ण के ही स्वरूप हैं। महाभारत काल में गधे (बर्बरीक) के रूप में जन्मे और श्रीकृष्ण से वरदान पाकर खाटू श्याम के रूप में पूजे जाते हैं। भक्त मानते हैं कि बाबा श्याम की पूजा सिर्फ दीप, अगरबत्ती और फूलों से पूरी नहीं होती, बल्कि फल और मिठाई अर्पित करने से उनका आशीर्वाद कई गुना बढ़ जाता है।
भारतीय संस्कृति में हर भगवान के साथ कुछ खास फल और प्रसाद जुड़े होते हैं। जैसे – भगवान गणेश को मोदक और दूर्वा पसंद हैं, भगवान शिव को बेलपत्र और धतूरा अर्पित किया जाता है। उसी तरह खाटू श्याम बाबा को भी कुछ खास फल बहुत प्रिय माने जाते हैं।
खाटू श्याम बाबा को पसंद आने वाले फल?
अगर हम शास्त्रों और मंदिर की परंपराओं को देखें तो खाटू श्याम बाबा को कई प्रकार के फल प्रिय माने गए हैं। भक्त अक्सर इन्हें मंदिर में चढ़ाते हैं और घर पर भी पूजा करते समय इन फलों का ध्यान रखते हैं।
- केला : खाटू श्याम बाबा को केला बेहद पसंद माना जाता है। केला शुद्धता और सात्विकता का प्रतीक है। मंदिर में अक्सर प्रसाद के रूप में केले अर्पित किए जाते हैं।
- सेब : सेब को स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। कई भक्त बाबा को लाल सेब अर्पित करते हैं, जिससे यह माना जाता है कि जीवन में खुशहाली आती है।
- अंगूर : अंगूर मीठास और एकता का प्रतीक माने जाते हैं। बाबा को हरे और काले दोनों तरह के अंगूर अर्पित किए जाते हैं।
- अनार : अनार को शक्ति और ऊर्जा का फल माना जाता है। बाबा को अनार चढ़ाने से भक्तों के जीवन में सकारात्मकता और बल मिलता है।
- नारियल : यद्यपि नारियल को सामान्य रूप से हर पूजा में शामिल किया जाता है, लेकिन खाटू श्याम बाबा को नारियल विशेष प्रिय माना गया है। नारियल चढ़ाने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होने की मान्यता है।
क्यों पसंद हैं ये फल?
अब आपके मन में यह सवाल जरूर आएगा कि आखिर इन फलों को बाबा श्याम से क्यों जोड़ा गया है। असल में फलों का चयन किसी भी भगवान के लिए सिर्फ स्वाद या दिखावे के आधार पर नहीं किया जाता, बल्कि इनके पीछे गहरी आध्यात्मिक सोच होती है।
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- केला सात्विक और पवित्र फल है, जो तुरंत ऊर्जा देता है। यह भक्ति और सेवा का प्रतीक है।
- सेब लाल रंग के कारण समृद्धि और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है।
- अंगूर bunch यानी गुच्छों में होते हैं, जो एकता और भाईचारे का संदेश देते हैं।
- अनार के दाने जीवन की विविधता और शक्ति को दर्शाते हैं।
- नारियल का टूटना अहंकार त्यागने और पवित्रता को अपनाने का संदेश देता है।
इसलिए जब भक्त ये फल बाबा को अर्पित करते हैं तो उनका संदेश सिर्फ भौतिक नहीं बल्कि आध्यात्मिक भी होता है।
खाटू श्याम मंदिर में फल चढ़ाने की परंपरा?
खाटू श्याम मंदिर में जब भी कोई भक्त फल लेकर जाता है, तो वहाँ की व्यवस्था बहुत सुंदर होती है। भक्त फल को मंदिर के पुजारी को सौंपते हैं और फिर पूजा संपन्न होती है। इन फलों को बाद में प्रसाद के रूप में भक्तों में बांटा जाता है। यह माना जाता है कि बाबा का आशीर्वाद इन फलों के माध्यम से भक्तों तक पहुंचता है।
त्योहारों के समय, खासकर फाल्गुन मेला और एकादशी पर, मंदिर में फलों की विशेष सजावट की जाती है। हजारों किलो फल बाबा के दरबार में अर्पित किए जाते हैं। यह नजारा देखने लायक होता है, जब पूरा मंदिर फल और फूलों से सजा होता है।
भक्तों के अनुभव
कई भक्तों का मानना है कि जब उन्होंने बाबा को केले, सेब या अंगूर अर्पित किए तो उनकी मनोकामनाएं पूरी हुईं। कुछ भक्त बताते हैं कि उन्होंने बाबा को अनार चढ़ाया और उसके बाद उनकी सेहत में सुधार हुआ। ऐसे अनुभव भक्तों की आस्था को और भी मजबूत बना देते हैं।
खाटू श्याम बाबा को फल चढ़ाने का सही तरीका?
अगर आप भी बाबा को फल चढ़ाना चाहते हैं तो ध्यान रखें कि –
- फल हमेशा ताजे और शुद्ध होने चाहिए।
- खराब या सड़े-गले फल कभी भी पूजा में इस्तेमाल न करें।
- फल को धोकर और साफ करके ही अर्पित करें।
- फल चढ़ाने के बाद उस प्रसाद को भक्तों में बांटना चाहिए।
यह सब बातें दिखाती हैं कि फल अर्पण करना सिर्फ एक परंपरा नहीं बल्कि एक पवित्र प्रक्रिया है।
5 रोचक फैक्ट्स: खाटू श्याम बाबा और फल अर्पण?
- खाटू श्याम मंदिर में हर साल फाल्गुन मेले के दौरान टनों फलों की सजावट की जाती है।
- बाबा को अर्पित किए गए फलों का प्रसाद भक्तों में बांटा जाता है और इसे बहुत शुभ माना जाता है।
- कई बार भक्त बाबा को फलों से बना विशेष भोग भी अर्पित करते हैं, जैसे – फलों की खीर या फ्रूट सलाद।
- नारियल चढ़ाने की परंपरा यहाँ इतनी लोकप्रिय है कि मंदिर में हर दिन हजारों नारियल अर्पित किए जाते हैं।
- मंदिर के पुजारी मानते हैं कि बाबा के दरबार में फल अर्पित करने से जीवन में सात्विकता और शांति आती है।
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निष्कर्ष:खाटू श्याम बाबा को कौन सा फल पसंद है? पूरी जानकारी
तो दोस्तों, अब आप जान गए होंगे कि खाटू श्याम बाबा को कौन सा फल पसंद है। दरअसल, बाबा को केला, सेब, अंगूर, अनार और नारियल विशेष रूप से प्रिय माने जाते हैं। लेकिन असल मायने सिर्फ फल का नाम जानना नहीं है, बल्कि भक्ति और श्रद्धा के साथ उन्हें अर्पित करना ज्यादा महत्वपूर्ण है। जब आप शुद्ध मन से बाबा को फल चढ़ाते हैं,
तो वह फल सिर्फ प्रसाद नहीं रहता, बल्कि बाबा का आशीर्वाद बनकर आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है। अगर आप खाटूधाम जाने की सोच रहे हैं, तो अगली बार बाबा को ये फल जरूर अर्पित कीजिए। हो सकता है, आपके जीवन की मुश्किलें पलभर में दूर हो जाएं और आपको अपने सवालों का जवाब बाबा की कृपा से मिल जाए।