नमस्कार दोस्तों , आज हम आपको बताएंगे कि मां दुर्गा का नाम लेते ही मन में एक अलग ही ऊर्जा और शक्ति का संचार हो जाता है। हिंदू धर्म में मां दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना गया है। कहते हैं कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां की भक्ति करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। चाहे घर में सुख-शांति की कामना हो या जीवन की कठिनाइयों से मुक्ति की, मां दुर्गा के भजन गाने और सुनने से मन को असीम शांति और आत्मविश्वास मिलता है।
मां दुर्गा के भजन नवरात्रि के समय विशेष रूप से गाए जाते हैं, लेकिन इनकी महिमा इतनी है कि सालभर इनका गुणगान किया जाता है। भजन केवल संगीत नहीं होते, बल्कि यह भक्त और भगवान के बीच आत्मिक जुड़ाव का माध्यम होते हैं। जब कोई भक्त मां की भक्ति में डूबकर भजन गाता है, तो उसकी आवाज़ सीधे माता रानी के चरणों तक पहुंचती है। यही कारण है कि मां दुर्गा के भजन हर दिल को छू जाते हैं और श्रद्धा का माहौल बना देते हैं।

मां दुर्गा भजन:
जय अम्बे जगदम्बे माता, तेरे चरणों में है सुख सारा।
तेरी महिमा गाए संसार, तू ही है हमारी रखवाला।।
शेर सवारी करने वाली, शक्ति रूप तेरा निराला।
सिंह गर्जना से डर जाए, तेरा ही नाम है सहारा।।
तेरे बिना अधूरा जीवन, तेरे नाम से है सब पावन।
भक्तों के दुख दूर कर देती, जय जय जग की भवानी।।
मां दुर्गा की आरती:
ॐ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी।।
ॐ जय अम्बे गौरी…
मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को।
उज्ज्वल से दो नैना, चंद्रवदन नीको।।
ॐ जय अम्बे गौरी…
कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती।
कोटिक चंद्र दिवाकर, राजत सम ज्योति।।
ॐ जय अम्बे गौरी…
श्यामल तनु शुचि कोमल, कंचन बरन भारी।
देवी जगत की त्राता, मां भवानी प्यारी।।
ॐ जय अम्बे गौरी…
मां दुर्गा के भजन और आरती का असर केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। जब घर में माता की आरती गाई जाती है, तो वातावरण पवित्र हो जाता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।