गोवर्धन पूजा पर क्या नहीं करना चाहिए?: प्रणाम दोस्तों , जैसा कि आप जानते है कि गोवर्धन पूजा हिंदू धर्म का एक बेहद खास त्यौहार है। इसे भगवान श्रीकृष्ण के गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा के याद में मनाया जाता है। इस दिन लोग गोवर्धन पर्वत की पूजा करते हैं, घर और आसपास की जगहों को सजाते हैं और प्रार्थना करते हैं कि घर में सुख-शांति बनी रहे। लेकिन इसके साथ ही कुछ चीजें हैं, जिन्हें इस दिन नहीं करना चाहिए, ताकि पूजा का पुण्य पूरा हो और नकारात्मक प्रभाव न पड़े।

गोवर्धन पूजा पर क्या नहीं करना चाहिए? – से जुड़े कुछ सवाल
| सवाल | जवाब |
|---|---|
| गोवर्धन पूजा पर क्या नहीं करना चाहिए? | पूजा करते समय गुस्सा, झगड़ा और नकारात्मक बातें न करें। |
| क्या गोवर्धन पूजा में व्रत तोड़ना गलत है? | हाँ, व्रत को बिना कारण तोड़ना गलत माना जाता है। |
| पूजा के दौरान क्या अवांछित है? | अनावश्यक बातों में व्यस्त होना या मोबाइल इस्तेमाल करना उचित नहीं। |
| गोवर्धन पूजा पर गलतियां कौन-कौन सी होती हैं? | पूजा सामग्री की अनदेखी, सही समय पर पूजा न करना, या नियमों का पालन न करना। |
| धार्मिक अनुष्ठान के दौरान क्या ध्यान रखना चाहिए? | मन शांत रखें और पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करें। |
| गोवर्धन पूजा पर रोक क्यों होती है? | पूजा नियमों का पालन न करने पर धार्मिक दोष माना जाता है। |
| गोवर्धन पूजा व्रत क्यों महत्वपूर्ण है? | यह व्रत हमारे परिवार और घर की समृद्धि के लिए किया जाता है। |
| पर्व उत्सव के दौरान क्या सावधानी रखें? | भोजन और अन्य रस्मों में साफ-सफाई और अनुशासन बनाए रखें। |
1. झूठ बोलना या विवाद करना:
दोस्तों , आपको बता दें कि गोवर्धन पूजा का दिन ईमानदारी और सच्चाई के महत्व को दर्शाता है। इस दिन झूठ बोलना, किसी से झगड़ा करना या दूसरों को नीचा दिखाना बिलकुल भी उचित नहीं है। ऐसा करने से पूजा का महत्व कम हो सकता है और घर में अशांति आ सकती है।
- घर में लड़ाई-झगड़ा ना करें: परिवार में किसी भी तरह की तकरार या झगड़े से बचें।
- बोलने में सच्चाई अपनाएं: अपने शब्दों में सच बोलें और किसी के मन को ठेस ना पहुँचाएं।
2. अपवित्र जगह पर पूजा करना:
दोस्तों , गोवर्धन पूजा में पर्वत या गोबर से बना गोवर्धन सजाना एक परंपरा है। इसे साफ-सुथरी जगह पर रखना चाहिए। गंदी या अपवित्र जगह पर पूजा करना शुभ नहीं माना जाता।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें: पूजा स्थल साफ और व्यवस्थित होना चाहिए।
- धूप-दीप और फूल साफ जगह पर रखें: पूजा सामग्री को गंदे स्थान पर रखने से पुण्य में बाधा आती है।
3. भोजन या प्रसाद का अपमान
इस दिन जो प्रसाद या भोग तैयार किया जाता है, उसे बहुत सम्मान के साथ तैयार करना चाहिए। उसे बिना ध्यान दिए फेंकना या अपमानित करना शुभ नहीं है।
- भोजन में कचरा ना करें: प्रसाद को बेकार ना फेंकें।
- साफ हाथों से भोग तैयार करें: प्रसाद को सम्मान के साथ बनाना चाहिए।
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4. नकारात्मक विचार रखना:
गोवर्धन पूजा के दिन मन और विचार सकारात्मक रखने चाहिए। नकारात्मक भाव, लालच या लोभ इस दिन की ऊर्जा को कम कर सकते हैं।
- लोभ और लालच से दूर रहें: दूसरों की चीज़ों पर ईर्ष्या ना करें।
- सकारात्मक सोच अपनाएं: दया, प्रेम और करुणा के भाव रखें।
5. समय का पालन न करना:
दोस्तों , आपको बता दें कि त्योहार के अवसर पर पूजा का सही समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। समय का पालन न करना या पूजा को जल्दी-जल्दी करना शुभ नहीं माना जाता।
- सुबह के समय पूजा करें: परंपरा अनुसार प्रातःकाल पूजा करना श्रेष्ठ है।
- पूजा में ध्यान लगाएं: जल्दबाजी में पूजा करने से उसका महत्व कम हो जाता है।
गोवर्धन पूजा की आरती:
आरती गोवर्धन महाराज की
जय गोवर्धन, जय गोवर्धन,
गोवर्धन महाराज की जय।
श्रीकृष्ण के प्यारे, भूतल के रक्षक,
गोवर्धन माता के साथी।
गोवर्धन की छाया में जीवन सुकून पाए,
भक्तों की हर मनोकामना पूरी हो जाए।
जय गोवर्धन, जय गोवर्धन,
गोवर्धन महाराज की जय।
गोवर्धन पूजा केवल पर्वत या गोबर की पूजा नहीं है, बल्कि यह प्रेम, शांति और सम्मान का त्यौहार है। अगर हम इस दिन इन चीज़ों से बचें जो हमने ऊपर बताईं, तो पूजा का पूर्ण पुण्य प्राप्त होता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तो दोस्तों , कैसा लगा आपको यह आर्टिकल अगर अच्छा लगा हो तो आप हमे कमेन्ट बॉक्स मे जरूर बताएं और साथ ही अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें।


