धनतेरस पर कितने दीपक जलाएं?

प्रणाम दोस्तों , जैसा कि आप जानते है कि धनतेरस का त्योहार दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है और इसे धन की देवी महालक्ष्मी और धन्वंतरि भगवान की कृपा प्राप्त करने का शुभ दिन माना जाता है। इस दिन लोग घर में दीप जलाते हैं ताकि सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन हो सके। लेकिन अक्सर मन में यह सवाल आता है कि आखिर धनतेरस पर कितने दीपक जलाने चाहिए। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

धनतेरस पर कितने दीपक जलाएं
धनतेरस पर कितने दीपक जलाएं

Also read – धनतेरस मनाने का क्या कारण है?

धनतेरस पर कितने दीपक जलाएं? – से जुड़े कुछ सवाल

सवालजवाब
धनतेरस पर कितने दीपक जलाएंकम से कम 13 दीपक जलाना शुभ माना जाता है
धनतेरस पर दीपक जलाने का महत्वयह घर में धन-समृद्धि और लक्ष्मी जी का स्वागत करता है
धनतेरस पर कितने दिए जलाने चाहिए13 दिए जलाना परंपरा है, लेकिन इच्छा अनुसार और भी जला सकते हैं
धनतेरस पूजा में कितने दीपक जलते हैंपूजा में 13 दीपक जलाए जाते हैं
धनतेरस पर दीपक किस दिशा में जलाएंमुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा की ओर दीपक रखना शुभ होता है
धनतेरस पर कितने दीये लगाने चाहिए13 दीये लगाना सबसे उत्तम माना गया है
धनतेरस पर दीपक जलाने का सही तरीकामिट्टी के दीपक में घी या तेल डालकर जलाना चाहिए

धनतेरस पर दीपक जलाने का महत्व क्या है?

दोस्तों , आपको बता दें कि धनतेरस पर दीपक जलाने का सीधा संबंध अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने से है। पुरानी मान्यताओं के अनुसार, दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और धन की देवी महालक्ष्मी का वास होता है। यह दिन खासतौर पर लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ माना जाता है।

  1. दीपक जलाने से घर में सुख-शांति आती है।
  2. यह धन और वैभव को आकर्षित करता है।
  3. घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
  4. लक्ष्मी और कुबेर जी की कृपा से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

कितने दीपक जलाना शुभ होता है?

दोस्तों , धनतेरस पर दीपक की संख्या को लेकर कई मान्यताएँ हैं। लेकिन सबसे ज्यादा प्रचलित और शुभ मानी जाने वाली परंपरा यह है कि इस दिन 13 दीपक जलाने चाहिए।

  1. 13 दीपक – यह संख्या धनतेरस की तिथि (त्रयोदशी) से जुड़ी है, जिसे अत्यंत शुभ माना गया है।
  2. 1 घी का दीपक तुलसी के पास – इसे जलाना बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि तुलसी माता को लक्ष्मी का रूप माना जाता है।
  3. 1 दीपक घर के मुख्य द्वार पर – जिससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश न कर सके।
  4. 1 दीपक रसोई घर में – मान्यता है कि इससे अन्न-धन की वृद्धि होती है।
  5. 1 दीपक तिजोरी या पैसे रखने की जगह पर – ताकि कभी धन की कमी न हो।

अगर कोई 13 दीपक नहीं जला सकता तो कम से कम 5 दीपक अवश्य जलाने चाहिए।

Also read – धनतेरस की असली कहानी क्या है?

दीप जलाने का सही तरीका क्या है?

धनतेरस पर दीपक जलाते समय दिशा और विधि का भी ध्यान रखना चाहिए।

  1. दीपक को हमेशा पूरब या उत्तर दिशा की ओर रखें।
  2. घी का दीपक लक्ष्मी पूजन में और सरसों के तेल का दीपक यमराज के लिए जलाना शुभ है।
  3. दीपक में कपास की बत्ती का प्रयोग करें।
  4. दीपक बुझने न दें, इसे तब तक जलने दें जब तक तेल या घी खत्म न हो जाए।

धनतेरस की आरती:

धनतेरस के दिन दीप जलाने के बाद माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की आरती करना बेहद शुभ माना जाता है। यहां एक सरल आरती दी जा रही है जिसे आप धनतेरस पर गा सकते हैं।

॥ लक्ष्मी माता की आरती ॥

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता…

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता…

निष्कर्ष:

दोस्तों , आपको बता दें कि धनतेरस पर दीपक जलाने का महत्व सिर्फ परंपरा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह घर में सकारात्मकता और समृद्धि का मार्ग भी खोलता है। इस दिन 13 दीपक जलाना सबसे शुभ माना जाता है, लेकिन अगर यह संभव न हो तो कम से कम 5 दीपक अवश्य जलाएं। साथ ही माता लक्ष्मी की आरती करना न भूलें। दीपक की लौ से घर में रोशनी ही नहीं बल्कि खुशियों और समृद्धि का प्रकाश भी आता है। तो दोस्तों कैसा लगा आपको यह आर्टिकल , अगर अच्छा लगा हो तो आप हमे कमेन्ट बॉक्स मे जरूर बताएं और साथ ही अपने दोस्तो जरूर शेयर करें।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top