जब भी गणेश चतुर्थी का नाम आता है, तो मन में सबसे पहले वो प्यारी सी छवि उभरती है जिसमें गणपति बप्पा हाथ में मोदक लिए, मुस्कुराते हुए हमें आशीर्वाद देते हैं। भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में आज गणेश चतुर्थी बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाई जाती है। लेकिन हर साल भक्तों के मन में ये सवाल ज़रूर होता है कि गणेश जी स्थापना कब होगी और किस दिन बप्पा हमारे घर विराजमान होंगे? तो चलिए आज हम विस्तार से जानते हैं कि 2026 में गणेश जी कब बैठेंगे, उनकी पूजा का शुभ समय क्या होगा और इसका महत्व क्यों है।
भक्तों यह भी जानें – 2025 में गणेश स्थापना कब होगी? पूरी जानकारी

2026 में गणेश स्थापना की तारीख और शुभ मुहूर्त
सबसे पहले आपको ये जानना ज़रूरी है कि गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। इसी दिन भक्त अपने घरों, मंदिरों और पंडालों में गणपति बप्पा की स्थापना करते हैं। 2026 में गणेश चतुर्थी बुधवार, 16 सितंबर को पड़ेगी। पंडितों के अनुसार इस दिन गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः से लेकर दोपहर तक का समय सबसे उत्तम रहेगा। अगर आप घर में गणेश जी को स्थापित करने जा रहे हैं तो ध्यान रखिए कि चतुर्थी तिथि के भीतर ही स्थापना करनी चाहिए, क्योंकि यही समय धार्मिक रूप से सबसे पवित्र और शुभ माना गया है।
गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है?
अब सवाल आता है कि आखिर ये पर्व इतना खास क्यों है? हिंदू धर्म में गणेश जी को विघ्नहर्ता और सिद्धिदाता कहा गया है। मान्यता है कि जब भी किसी शुभ काम की शुरुआत करनी हो तो सबसे पहले गणेश जी की पूजा करना आवश्यक होता है। यही कारण है कि किसी भी पूजा, शादी, गृह प्रवेश या नए कार्य की शुरुआत गणेश वंदना से की जाती है।
गणेश चतुर्थी का पर्व गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती ने गणेश जी को मिट्टी से बनाया था और भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया कि सबसे पहले पूजा के अधिकारी वे ही होंगे। तभी से हर शुभ कार्य में गणपति की पूजा पहले होती है।
2026 में गणेश स्थापना का महत्व
2026 की गणेश चतुर्थी खास होने वाली है क्योंकि ये साल बुधवार को पड़ रही है। शास्त्रों के अनुसार जब गणेश चतुर्थी बुधवार के दिन पड़ती है तो इसे विशेष फलदायी और मंगलकारी माना जाता है। इस दिन स्थापना करने से घर में सुख-शांति, धन-समृद्धि और सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।
इस साल भक्तों के लिए एक और अच्छी बात ये होगी कि स्थापना का समय पूरे दिन शुभ रहेगा। यानी आप चाहें तो सुबह जल्दी गणेश जी को विराजमान करें या फिर दोपहर में, दोनों समय शुभ माने जाएंगे। बस ध्यान रहे कि चतुर्थी तिथि खत्म होने से पहले स्थापना हो जाए।
गणेश जी की स्थापना कैसे करें?
अगर आप 2026 में गणपति बप्पा को घर ला रहे हैं तो कुछ खास बातों का ध्यान ज़रूर रखें।
- सबसे पहले घर की सफाई करें और पूजा स्थान को पवित्र बनाएं।
- गणेश जी को लाल या पीले कपड़े पर विराजमान करें।
- पूजा में दूर्वा (तीन पत्तों वाली घास), मोदक, फूल, नारियल और फल ज़रूर चढ़ाएं।
- गणेश जी के साथ गणपति की आरती और मंत्रों का जाप करें।
- रोज़ाना सुबह और शाम आरती करना न भूलें।
गणेश चतुर्थी का सांस्कृतिक महत्व
अगर आप महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात या आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में रहते हैं तो आपने देखा होगा कि वहाँ गणेश चतुर्थी का उत्सव बहुत भव्य तरीके से मनाया जाता है। पंडालों में विशाल मूर्तियाँ स्थापित होती हैं, ढोल-नगाड़ों की गूंज होती है और जगह-जगह भक्तों की भीड़ दिखाई देती है। 2026 में भी पूरे देश में यही नज़ारा देखने को मिलेगा। लोग न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी इस पर्व में शामिल होते हैं। यह त्योहार आपसी भाईचारे, एकता और आनंद का प्रतीक बन चुका है।
गणपति विसर्जन कब होगा?
गणेश चतुर्थी के दस दिनों तक गणेश जी की पूजा की जाती है और उसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा का विसर्जन किया जाता है।
2026 में गणेश विसर्जन शनिवार, 26 सितंबर को होगा।
इस दिन भक्त ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ कहते हुए बप्पा को विदा करते हैं।
2026 में गणेश जी की पूजा से क्या लाभ होंगे?
अगर आप पूरे श्रद्धा और भक्ति से 2026 में गणेश जी की स्थापना और पूजा करेंगे तो शास्त्रों में बताया गया है कि आपको कई प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे।
- घर में सुख और शांति बनी रहेगी।
- व्यापार और करियर में उन्नति होगी।
- परिवार में प्रेम और आपसी सहयोग बढ़ेगा।
- जीवन की परेशानियाँ और रुकावटें कम होंगी।
- धन-समृद्धि और सौभाग्य में वृद्धि होगी।

गणेश जी से जुड़े 5 रोचक तथ्य
अब ज़रा मज़ेदार बातों पर भी नज़र डालते हैं।
- गणेश जी को “एकदंत” कहा जाता है क्योंकि उनका एक ही दांत है।
- उनका वाहन मूषक (चूहा) है, जो इस बात का प्रतीक है कि सबसे छोटा जीव भी बड़ा कार्य कर सकता है।
- गणेश जी को मोदक बेहद प्रिय है और इसे ज्ञान और आनंद का प्रतीक माना जाता है।
- भारत के अलावा नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और इंडोनेशिया में भी गणपति की पूजा होती है।
- हर साल मुंबई का लालबागचा राजा सबसे प्रसिद्ध गणपति पंडाल माना जाता है, जहाँ लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं।
निष्कर्ष:2026 में गणेश जी कब बैठेंगे? पूरी जानकारी
तो भाई, अब आपको साफ-साफ पता चल गया होगा कि 2026 में गणेश जी की स्थापना बुधवार, 16 सितंबर को होगी और विसर्जन 26 सितंबर को किया जाएगा। इस साल का गणेशोत्सव बहुत शुभ माना जा रहा है और अगर आप पूरे विधि-विधान से बप्पा को घर लाते हैं तो निश्चित ही आपके जीवन में सुख-समृद्धि और खुशियों का आगमन होगा।
गणेश चतुर्थी सिर्फ एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि ये हमारे जीवन में विश्वास, भक्ति और उत्साह भरने वाला पर्व है। इसलिए चाहे आप घर में बप्पा को लाएं या पंडाल में जाकर दर्शन करें, एक बात हमेशा याद रखिए गणपति बप्पा हमेशा अपने भक्तों का भला करते हैं।
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