Hello Friends, जैसा कि आप जानते हैं, नवरात्रि माँ दुर्गा की भक्ति और शक्ति का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। नौ दिनों तक भक्त अलग-अलग रूपों में माँ की पूजा-अर्चना करते हैं और उपवास रखते हैं। लेकिन भाई, सबसे ज्यादा जिज्ञासा यही रहती है कि नवरात्रि का आखिरी व्रत कब पड़ता है और कब इसका समापन होता है।

नवरात्रि का अंतिम व्रत: महा नवमी
भाई, 2025 में नवरात्रि का अंतिम व्रत 1 अक्टूबर 2025 को रखा जाएगा। इस दिन को महा नवमी कहा जाता है और इसे सबसे शक्तिशाली दिन माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा करने से भक्तों को सफलता, शक्ति और समृद्धि मिलती है। इसी दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है, जहाँ छोटी बच्चियों को माँ दुर्गा का स्वरूप मानकर उन्हें भोजन और उपहार दिए जाते हैं।
नवरात्रि का समापन: विजयादशमी (दशहरा)
भाई, नवरात्रि का समापन अगले ही दिन यानी 2 अक्टूबर 2025 को विजयादशमी (दशहरा) के रूप में होगा। इस दिन उपवास का पारण किया जाता है और कलश विसर्जन होता है। यही वह दिन है जब रामलीला और रावण दहन जैसे आयोजन पूरे देश में होते हैं। धार्मिक मान्यता है कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और नवरात्रि का पूरा फल इसी दिन की पूजा और विसर्जन से पूर्ण होता है।
क्यों खास है अंतिम व्रत और समापन का दिन?
भाई, महा नवमी और दशहरा सिर्फ़ उपवास या पूजा का दिन नहीं है, बल्कि यह जीवन को नया दृष्टिकोण देने वाला दिन है।
- महा नवमी आत्मबल और आशीर्वाद का प्रतीक है।
- दशहरा बुराइयों को त्यागकर अच्छाई अपनाने का संदेश देता है।
- कलश विसर्जन से यह माना जाता है कि माँ दुर्गा अपने लोक लौट जाती हैं और अपने भक्तों के घर में सुख-समृद्धि छोड़ जाती हैं।
मेरी सलाह आपके लिए
अगर आप 2025 की नवरात्रि कर रहे हैं, तो भाई आखिरी व्रत (1 अक्टूबर) और समापन (2 अक्टूबर) को जरूर खास बनाएँ। कन्या पूजन, दान और कलश विसर्जन विधि-विधान से करें। साथ ही, दशहरे के दिन अपने जीवन से नकारात्मकता को दूर करने का संकल्प जरूर लें। यही असली अर्थ है नवरात्रि और दशहरे का।


